Human Trafficking: 95 बच्चों को CWC ने किया रेस्क्यू, पांच मौलवी गिरफ्तार, अवैध तरीके से लाए जा रहे थे बच्चे
: 9 से 12 वर्ष के हैं बच्चे, कई अनाथ, बस से लाए जा रहे थे
यूपी के अयोध्या में राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग की सतर्कता से एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट और पुलिस ने अवैध तरीके से ले जाए जा रहे 95 नाबालिग बच्चे बरामद किए है। बच्चों को ले जा रहे पांच मौलवी को गिरफ्तार किया गया है। बिहार के विभिन्न जिलों से बच्चों को बस से लाया जा रहा था।
बाल अधिकार संरक्षण आयोग की सदस्य डाॅ. शुचिता चतुर्वेदी ने बताया कि मिशन मुक्ति फाउंडेशन नई दिल्ली के निदेशक वीरेंद्र सिंह की सूचना पर बिहार के अररिया और पूर्णिया से लाए जा रहे बच्चों को सुरक्षित बचाया गया।
आयोग को सूचना मिली थी कि बिहार के अररिया और पूर्णिया से सहारनपुर के देवबंद में कई बच्चों को अवैध तरीके से ले जाया जा रहा है आयोग ने एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट को इसकी सूचना दी। सूचना पर एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट ने अयोध्या पुलिस की मदद से बड़ी देवकाली स्थित हाईवे पर एक बस को रोका। बस में टीम को 95 बच्चे मिले। उनके साथ पांच मौलवी थे। संयुक्त टीम सभी बच्चों और मौलवी को पूछताछ के लिए सिविल लाइन ले गई, जहां कई घंटों तक पूछताछ की गई।
पूछताछ में खुलासा हुआ कि बच्चों को बिहार के अररिया और पूर्णिया से सहारनपुर के देवबंद में अवैध तरीके से ले जाया जा रहा है। बच्चों को ले जा रहे मौलवियों के पास इससे सम्बंधित कोई कागज भी नहीं थे। बच्चों की उम्र 9 से 12 वर्ष के बीच है। इसमें कई बच्चे अनाथ हैं। बच्चे यह भी नहीं जानते कि उन्हें कहाँ ले जाया जा रहा है।
फिलहाल सभी बच्चों को लखनऊ के मुमताज शरणालय में रखा गया है। पुलिस मौलवियों से पूछताछ कर जानकारी हासिल करने में जुटी है। मानव तस्करी के एक बड़े गिरोह का खुलासा होने की उम्मीद है।