शराब घोटाले में AAP और केजरीवाल को बनाया आरोपी, ED ने लिया बड़ा एक्शन
कथित दिल्ली शराब घोटाला (Delhi Liquor Scam) मामले में दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) की मुश्किलें और बढ़ सकती हैं। ईडी (ED) ने बड़ा एक्शन लेते हुए शुक्रवार को सप्लीमेंट्री चार्जसीट दायर की, जिसमें सीएम अरविंद केजरीवाल और आम आदमी पार्टी को आरोपी बनाया गया है। यह पहली बार है जब किसी राजनीतिक दल को ईडी ने इस तरह से आरोपी बनाया है। इस मामले में ईडी की तरफ से दायर की गई यह आठवीं चार्जशीट है।
ईडी ने 21 मार्च को अरविंद केजरीवाल को गिरफ्तार किया था। सुप्रीम कोर्ट ने 10 मई को केजरीवाल को 21 दिन यानी एक जून तक अंतरिम जमानत दी है। 2 जून को उन्हें सरेंडर करना होगा। जस्टिस संजीव खन्ना और जस्टिस दीपांकर दत्ता की बेंच केजरीवाल की याचिका पर सुनवाई की। ED की तरफ से एडिशनल सॉलिसिटर जनरल (ASG) एसवी राजू और केजरीवाल की तरफ से अभिषेक मनु सिंघवी दलीलें रखीं।
जांच एजेंसी का आरोप है कि ‘साउथ ग्रुप’ द्वारा प्रदान की गई 100 करोड़ रुपये की “रिश्वत” में से 45 करोड़ रुपये का इस्तेमाल AAP द्वारा 2022 में गोवा विधानसभा चुनाव अभियान के लिए किया गया था। एएसजी राजू ने अदालत को बताया कि रिश्वत हवाला के माध्यम से भेजी गई थी। प्रवर्तन निदेशालय ने मामले में अब तक 7 आरोपपत्र दाखिल किए हैं, 21 मार्च को अरविंद केजरीवाल और 15 मार्च को के. कविता समेत 18 लोगों को अब तक गिरफ्तार किया जा चुका है। इस मामले में पिछले साल मार्च में पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया को भी गिरफ्तार किया गया था और वह अभी भी न्यायिक हिरासत में हैं।
इधर पिछले दिनों दिल्ली हाईकोर्ट ने एक अहम टिप्पणी करते हुए कहा था कि राजनीतिक पार्टियां भी मनी लॉन्ड्रिंग कानून की धारा 70 के दायरे में आती है। कथित शराब घोटाले मामले में प्रिवेन्शन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट (PMLA) की धारा 70 भी लागू होती है। धारा 70 किसी कंपनी की ओर से किए गए अपराधों के लिए सजा का प्रावधान करती है। अब ईडी ने इस मामले में आम आदमी पार्टी को आरोपी बनाया है।