उत्तर प्रदेश

बड़ी खबर: थाने में तैनात दरोगा ने सरकारी असलहे से गोली मारकर की आत्महत्या, पुलिस महकमे में मचा हड़कंप

: फोन पर बहस होने के बाद दरोगा ने उठाया आत्मघाती कदम

 यूपी के सीतापुर थाने में तैनात एक दरोगा ने संदिग्ध परिस्थितियों में सरकारी असलहे से खुद को गोली मार ली। दरोगा को इलाज के लिए अस्पताल पहुंचाया गया। जहां उनकी मौत हो गयी। इस घटना से पुलिस महकमे में हड़कम्प मचा है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि मामले की जांच की जा रही है।

मूल रूप से फतेहपुर जिले के कल्याणपुर थाना क्षेत्र स्तिथ जलाल गांव के निवासी मनोज कुमार सीतापुर के मछरेहटा थाने में दरोगा के पद पर तैनात थे। बताया जा रहा है कि मनोज कुमार 1990 में पुलिस विभाग में कांस्टेबल पद पर भर्ती हुए थे। वर्ष 2023 में प्रोन्नति पाकर वह दरोगा बने थे। बीते पांच माह से हलका नंबर चार में उनकी ड्यूटी थी।
शुक्रवार सुबह मनोज थाने पहुंचे और यहां से उन्होंने सरकारी असलहा लिया। कुछ देर बाद ही मनोज को एक फोन आया। फोन पर किसी से उनकी बहस हुई। इसके कुछ देर बाद ही मनोज ने सरकारी असलहे से खुद को गोली मार ली। गोली की आवाज सुनकर थाने में तैनात पुलिस कर्मियों में हड़कंप मच गया। पुलिस कर्मी खून में लतपथ मनोज को इलाज के लिए जिला अस्पताल ले गए। जहां डॉक्टर ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।

पुलिस अधीक्षक चक्रेश मिश्र ने मीडिया को बताया कि मछरेहटा थाने के दारोगा मनाेज कुमार ने सर्विस रिवॉल्वर से खुद को गोली मार ली, जिससे उनकी मौत हो गई है। जांच में कोई कारण पता नहीं चला है। किस वजह से यह दुर्भाग्यपूर्ण घटना हुई, पुलिस टीमें इसकी जांच कर रही हैं।

काम के दबाव में तो नहीं उठाया मनोज ने यह कदम

दरोगा मनोज के सुसाइड से जहां पुलिस महकमे में दुख की लहर है, वहीं इस सुसाइड के पीछे काम का दबाव होने की आशंका भी जताई जा रही है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार हलका चार में एक किशोरी काफी समय से लापता है। इसको लेकर लड़की के परिजन कोर्ट चले गए थे। किशोरी की बरामदगी को लेकर मनोज परेशान रहते थे। मनोज की जेब से एक सुसाइड नोट मिलने की बात भी कही जा रही है, जिसे पुलिस ने अपने कब्जे में लिया है।

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