Mukhtar Ansari: आखिर मौत से एक हफ्ते पहले चिट्ठी में क्या लिख गया था मुख्तार, क्या और किस पर लगाये थे आरोप.. माफिया मुख्तार पर थे किन मामलों के केस?
पूरब का डॉन कहे जाने वाले माफिया और पूर्व विधायक मुख्तार अंसारी की बाँदा मेडिकल कालेज में मौत हो गयी। अस्पताल प्रशासन हार्ट अटैक से मुख्तार की मौत होने के बात कह रहा है लेकिन मुख्तार का परिवार उसे जेल में जहर देने का आरोप लगा रहा है। मुख्तार की जेल से लिखी एक चिट्ठी भी सामने आई है। जो उसने अपनी मौत से एक हफ्ते पहले लिखी थी।
आगे जानते हैं चिट्ठी में क्या लिख गया था मुख्तार..
21 मार्च 2024 को मऊ अदालत में मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट को लेटर में मुख्तार अंसारी ने लिखा..
19 मार्च की रात को जेल प्रशासन ने उसे खाने में जहर देकर जान से मारने की कोशिश की थी। इससे पहले भी दो बार बांदा जेल में ही मुझे जान से मारने का षडयंत्र रचा जा चुका है। मुझे सूत्रों से पता चला है कि इसके पीछे जम्मू कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा, MLC बृजेश सिंह, BJP विधायक सुशील सिंह, पूर्व STF IG अमिताभ यश और उत्तर प्रदेश के प्रमुख सचिव गृह का हाथ है। इन लोगों को सरकार की तरफ से हत्या के बाद कानूनी कार्रवाई से बचाने का भी आश्वासन दिया गया है। BJP सरकार में जेल के अंदर कई लोगों की हत्या हो चुकी है। मामले में आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की जरूरत है।
21 मार्च को ही मुख्तार अंसारी के वकील की तरफ से भी कोर्ट में लिखित अर्जी दी गई थी। उस अर्जी में भी मुख्तार को जहर देने की बात लिखते हुए मामले में जांच और सुरक्षा की मांग की गई थी। इधर मुख्तार के भाई का भी कहना है कि मुझे प्रशासन ने कुछ नहीं बताया। मीडिया के जरिए उसे इस बात की जानकारी हुई। दो दिन पहले मैं उनसे मिलने आया था, लेकिन मुझे नहीं मिलने दिया गया। 19 मार्च की रात को उन्हें खाने में जहर दिया गया था। हम कोर्ट का रुख करेंगे।
मुख्तार पर किन मामलों के दर्ज हुए केस
यूपी पुलिस के अनुसार, मुख़्तार अंसारी पर हत्या, हत्या के प्रयास, धमकी, धोखाधड़ी सहित कई अन्य आपराधिक मामलों के कुल 65 मामले दर्ज हैं। लखनऊ, गाजीपुर, चंदौली, वाराणसी, सोनभद्र, मऊ, आगरा, बाराबंकी और आज़मगढ़ के अलावा नई दिल्ली और पंजाब में भी इनमें से 21 मामलों की सुनवाई अलग-अलग अदालतों में चल रही है।
: 22 सितंबर, 2022 – इलाहाबाद हाईकोर्ट की लखनऊ बेंच ने दो साल जेल की सज़ा।
: 15 दिसंबर, 2022 – गैंगस्टर ऐक्ट के एक केस में 10 साल जेल की सज़ा।
: 30 अप्रैल, 2023 – यूपी की एक अदालत ने गैंगस्टर के मामले में 10 साल की सजा।
: 5 जून, 2023 – अवधेश राय हत्याकांड में उम्रकैद की सज़ा।
: 27 अक्टूबर, 2023 – अध्यापक कपिल देव सिंह की हत्या में 10 साल की सज़ा।
: 15 दिसंबर, 2023 – एक कारोबारी को जानलेवा धमकी के आरोप में साढ़े पांच साल की जेल।
: 13 मार्च, 2023 – काफी पुराने एक केस में उम्रक़ैद की सजा।
यूपी में खत्म हुई कई बड़े अपराधियों की कहानी
यूपी में कई ऐसे बड़े अपराधी हुए जो यूपी के साथ ही कई अन्य प्रदेशों के लिए भी खौफ का पर्याय बन चुके थे, लेकिन इन अपराधियों की कहानी आखिर खत्म हुई। कई माफियाओं की मौत सन्देह के घेरे में आई, लेकिन इनके आतंक का अध्याय खत्म होने से प्रदेश को खौफ से भी निजात मिला।
: 2018 में बागपत जेल में बंद मुन्ना बजरंगी की गोली मारकार हत्या की गई।
: 2020 में यूपी पुलिस ने एक विवादित एनकाउंटर में गैंगस्टर विकास दुबे को मार दिया।
: 2022 में जौनपुर में गैंगस्टर विनोद कुमार सिंह के साथ पुलिस की मुठभेड़ हुई। जिसमें विनोद मारा गया।
: 2023 की रात को प्रयागराज में अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की पुलिस कस्टडी में हत्या कर दी गई।
: 2023 में जेल में बंद गैंगस्टर संजीव माहेश्वरी जीवा की लखनऊ अदालत परिसर में गोली मारकर हत्या कर दी गई।
: 2023 में BJP नेता की हत्या के आरोपी गैंगस्टर कुलदीप जघीना की भरतपुर कोर्ट ले जाते समय गोली मारकर हत्या कर दी गई।
कभी अच्छे क्रिकेटर में शुमार था मुख्तार का नाम
मुख्तार अंसारी की गिनती कभी क्रिकेट के अच्छे खिलाड़ियों में हुआ करती थी, लेकिन लालच और माफियाओं की संगत ने उसे जरायम की दुनिया में धकेल दिया। धनबल और जनबल से तैयार की गई सियासी पिच पर खेलते हुए मुख्तार ने लगातार पांच बार जीत हासिंल की और विधायक चुना गया। तकरीबन 18 साल जेल में रहने के बाद आखिर जेल में ही उसकी कहानी खत्म हो गयी।
जेल में भी दबंगई से रहा माफिया मुख्तार
कुख्यात बदमाश मुख्तार अंसारी जेल में रहने के दौरान भी दबंगई से रहता था। उसके गुर्गे जेल में मुलाकात से लेकर पेशी के दौरान पुलिस की गाड़ियों का पीछा तक करते थे। 25 साल पहले पुलिस प्रशासन की टीम ने मुख्तार की बैरक में छापा मारकर बुलेट प्रूफ जैकेट, मोबाइल और सिम बरामद किया था। मामले में मुकदमा भी किया गया था।