दरोगा देख रहा था युवती को हमसफ़र बनाने का सपना, युवती दरोगा को फांस कर चाह रही थी अपराध से बचना, युवती और उसके दो साथियों के खिलाफ मुकदमा
रुदपुर/हरिद्वार: हरिद्वार जिले में तैनात एक दरोगा अपनी परिचित एक युवती को अपना हमसफ़र बनाने का सपना देख रहा था, लेकिन शातिर युवती दरोगा को फांस कर अपने किये अपराधों से बचना चाह रही थी। दरोगा को जब सच्चाई का पता लगा तो उसने युवती के खिलाफ शिकायत दर्ज की। शिकायत के आधार पर पुलिस ने युवती और उसके दो साथियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है।
किच्छा के पुलभट्टा छेत्र निवासी खेमेन्द्र गंगवार पिछले कुछ समय से बतौर दरोगा हरिद्वार जिले में तैनात है। वर्ष 2017 में सोशल मीडिया के जरिये उसकी पहचान ग्राम कटाई थाना लालगंज जिला मिर्जापुर, यूपी निवासी अर्चना सिंह से हुई। अर्चना ने खुद को दिल्ली स्तिथ एक बैंक का अधिकारी बताया। और अपने पिता को एनटीपीसी में डिप्टी डायरेक्टर बताया था। पहचान कुछ गहरी होने पर दरोगा ने अर्चना से विवाह करने की बात की, लेकिन अर्चना उसे टालती रही। कुछ समय बाद अर्चना को हिमाचल पुलिस ने आईटी एक्ट के तहत गिरफ्तार किया। इसकी जानकारी दरोगा को भी मिली तो उसे युवती का सच पता चला। दरोगा ने युवती के खिलाफ कोर्ट में शिकायत दर्ज की। शिकायत में दरोगा का कहना है कि उक्त युवती बेहद शातिर है। और अपने साथियों के साथ मिलकर हिमाचल में फर्जी डिग्री और मार्कशीट बनाने का काम करती है। एक साल तक वह हिमाचल के सोलन जेल में बंद भी रही। अब वह उसके साथ दोस्ती कर अपने पुराने अपराधों से बचना चाहती है।
पुलभट्टा थाना प्रभारी कमलेश भट्ट ने बताया कि दरोगा ने कोर्ट में शिकायत दर्ज की थी। कोर्ट के आदेश पर अर्चना और उसके दो साथियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर मामले की जांच की जा रही है।
जिसे बताया पिता वह निकला प्रेमी
दरोगा को झांसे में लेने के लिए युवती ने जिस व्यक्ति को अपना पिता बताया था, वह एक बस कंडक्टर निकला, साथ ही वह युवती का प्रेमी भी बताया जा रहा है। लेकिन शातिर युवती ने लंबे समय तक दरोगा को इसकी भनक नहीं लगने दी।
धमकी देकर रंगदारी मांगने का आरोप
दरोगा का आरोप है कि युवती के सच का खुलासा होने के बाद युवती के एक मुंहबोले भाई ने उसे धमकी देकर पैसों की मांग भी की। उक्त भाई पर भी अलग-अलग राज्यों में अवैध वसूली करने के मुकदमे दर्ज हैं।