यहां कुत्तों को दिया जा रहा है ‘आधार कार्ड’ QR कोड से होगी पहचान, जानिए क्या है कारण
अगर पालतू कुत्ता खो जाए तो उसे खोजना बड़ा मुश्किल होता है, लेकिन दिल्ली, मुंबई जैसे महानगरों में अब खोए कुत्ते को खोजना मुश्किल नहीं है। जी हां, यहां कुत्तों को आधार कार्ड दिए जा रहे हैं। जिसमें लगे QR कोड में कुत्ते से सम्बंधित डीटेल्स शामिल हैं, जैसे उसका नाम, इमरजेंसी कॉन्टैक्ट, वैक्सीनेशन रिकॉर्ड और उनकी देखभाल करने वालों की डीटेल्स। इसी QR कोड की मदद से कुत्ते की पहचान हो जाएगी।
दरसल पॉफ्रेंड नाम की एक NGO है जो लावारिस जानवरों की देखभाल और सुरक्षा के लिए काम करता है। पूरे देश में इस NGO ने जानवरों की सुरक्षा के लिए मुहिम चलाई है। NGO देश के अलग-अलग हिस्सों में अब तक 6000 से अधिक कुत्तों को ये स्पेशल आधार कार्ड लगा चुका है। करीब 4 दिन पहले NGO ने दिल्ली एयरपोर्ट और इंडिया गेट सहित अन्य स्थान पर करीब 100 कुत्तों को ये कार्ड पहनाए।
NGO के फाउंडर अक्षय रिडलान ने बताया कि वो अब तक देश भर में 6370 टैग बांट चुके हैं। इस साल डिस्ट्रिब्यूशन को दस गुना बढ़ाने की प्लानिंग कर रहे हैं। पिछले साल मुंबई में भी कुत्तों के लिए ये खास कार्ड बनाये गए थे। इस आधार कार्ड से यह फायदा होगा कि यदि कोई पालतू जानवर खो जाता है या स्थानांतरित हो जाता है। तो QR कोड टैग की मदद से उसे उसके परिवार से दोबारा मिलाया जा सकता है। इसकी मदद से बीएमसी शहर के आवारा कुत्तों या अन्य जानवरों की जानकारी भी जुटा सकती है