सावधान: चारधाम यात्रा के लिए हेली टिकट बुकिंग में ना हो जाएं फ्रॉड का शिकार, बचाव के लिए इन बातों का रखें ख्याल…
अगर आप इस वर्ष चारधाम की यात्रा पर जा रहे है, और इसके लिए हेली टिकट लेने की योजना बना रहे हैं तो, जरा सावधान रहिए आपके साथ हेली टिकट बुकिंग के नाम पर फ्रॉड भी हो सकता है। केदारनाथ धाम के कपाट 10 मई से खुल रहे है। इसके साथ ही साइबर ठग भी सक्रिय हो गाए गए हैं। पुलिस की हिदायत है कि फ्रॉड से बचने के लिए आप आधिकारिक वेबसाइट heliyatra.irctc.co.in से ही टिकट बुक करें
दरसल यात्रा शुरू होने से पहले ही साइबर थाने में ऐसे कई मामले सामने आए, जिसमें विभिन्न राज्यों के लोग साइबर ठगों के जाल में फंस गए और उन्हें उत्तराखंड आने के बाद पता चला कि वह हेली सेवा के नाम पर ठगी के शिकार हुए हैं। इसके बाद वह पुलिस के चक्कर लगाने को मजबूर हो गए। वर्ष 2023 में इस प्रकार की साइबर ठगी से जुड़े अलग-अलग जिलों में 40 मामले सामने आए थे। साइबर थाना पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर पांच आरोपितों की गिरफ्तार किया और 64 फर्जी वेबसाइट बंद कराई थी।
साइबर ठग हेली सेवा के नाम पर फर्जी वेबसाइट तैयार करते हैं। वह ऐसी तकनीक का इस्तेमाल करते हैं कि इंटरनेट पर सर्च करने पर उनकी फर्जी वेबसाइट सबसे ऊपर दिखाई देती है। इन वेबसाइट पर संपर्क के लिए फर्जी आईडी पर लिए मोबाइल नंबर दिए जाते हैं।
किसी श्रद्धालु का फोन आता है तो ठग उन्हें बातों में उलझाकर टिकट की धनराशि अपने बैंक खातों में ट्रांसफर करवा लेते हैं। इसी तरह से वाट्सएप नंबर पर मैसेज करके भी ठग झांसे में लेते हैं। ठगी के दौरान वह स्थानीय भाषा का भी उपयोग करते हैं।
इन बातों का रखें ख्याल
हेली सेवा टिकट बुक कराने के लिए आईआरसीटीसी की अधिकारिक वेबसाइट का ही इस्तेमाल करें।
इंटरनेट पर सर्च करने के बाद आधिकारिक वेबसाइट की पुष्टि जरूर कर लें।
अज्ञात व्यक्ति के मैसेज और फोन काल से सावधान रहें। किसी तरह के ऑफर पर विश्वास न करें।
अंजान लिंक से सतर्क रहें। ठगी होने पर साइबर हेल्पलाइन नंबर 1930 पर संपर्क करें।