हेलो, हेलो… मार्केट में आ गया स्कैम का नया तरीका, आपकी ही आवाज से आप हो सकते हैं साइबर क्राइम का शिकार, जानें कैसे कर सकते हैं बचाव
कुछ समय से ऐसे मामले सामने आ रहे हैं कि किसी की हूबहू आवाज में उसके रिश्तेदारों, दोस्तों या परिवार के लोगों को फोन कर किडनैपिंग, रंगदारी और साइबर ठगी जैसे अपराधों को अंजाम दिया जा रहा है। हूबहू आवाज निकालने या आवाज की नकल करने का ये खेल कैसे किया जाता है। इसके लिए कैसे आपकी आवाज का नमूना मिल जाता है। आगे समझते हैं…
अक्सर होता है कि हमारे फोन पर अनजान नम्बर से कॉल आती है। हम फोन उठाते हैं, लेकिन दूसरी तरफ से आवाज नहीं आती, और हम हेलो, फिर हेलो और शायद कई बार हेलो बोलते हैं, सामने वाले को अपनी आवाज सुनाने के लिए। फिर अचानक फोन कट जाता है और हम रिलेक्स हो जाते हैं, लेकिन आपका यही हेलो, हेलो बोलना आपको साइबर क्राइम का शिकार बना देता है।
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दरसल अब आपके साथ फ्रॉड करने के लिए अपराधी आपकी ही आवाज का इस्तेमाल कर रहे हैं। जी हां आपकी आवाज की नकल, या कहें आवाज की क्लोनिंग से, लेकिन क्लोनिंग के लिए आपकी आवाज का नमूना कहां से लिया गया?
ये नमूना लिया जा रहा है आपकी उसी हेलो, हेलो से, जो फोन के दूसरी तरफ से आवाज ना आने पर आपने एक बार, दो बार या कई बार बोला था। नमूना मिलने के बाद आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) की मदद से आपकी आवाज की क्लोनिंग की जाती है और फिर उसी आवाज का इस्तेमाल कर अपराध को अंजाम दिया जाता है।
समझना बस इतना है कि अगर फोन पर अनजान नम्बर बजे, पहले तो उठाना नहीं है। अगर उठा लिया और दूसरी तरफ से आवाज नहीं आए तो हेलो, हेलो नहीं करना, झट से फोन काट देना है।