भाजपा में घमासान, प्रदेश नेतृत्व करेगा समाधान, दो विधायक समेत पांच नेताओं को किया तलब
उत्तराखंड में भाजपा नेताओं के बीच चल रहे घमासान को लेकर अब भाजपा प्रदेश नेतृव भी गम्भीर हो गया है। नेताओं के बीच चल रही पार्टी विरोधी बयानबाजी को लेकर नाराज हुई प्रदेश भाजपा ने दो विधायक समेत पांच नेताओं को तलब किया है। प्रदेश अध्यक्ष महेन्द्र भट्ट आज सभी से स्पष्टीकरण लेंगे।
उत्तराखंड में भाजपा नेताओं के बीच चल रहा आपसी मनमुटाव लोकसभा चुनाव के बाद खुलकर सामने आने लगा है। इससे जहां पार्टी असहज है, वहीं विपक्ष को भी बैठे बिठाए मुद्दा मिल गया है। टिहरी, रानीखेत और लैंसडाउन से इस तरह के मामले सामने आए हैं।
जिसमें से एक मामला रानीखेत विधायक डॉ प्रमोद नैनवाल और दायित्वधारी कैलाश पंत के बीच का है। इनके बीच हुई एक तकरार ने उत्तराखंड की सियासत में ऐसा तूफान खड़ा किया कि हर तरफ भाजपा की किरकिरी हो गई। इसके साथ ही टिहरी विधानसभा से किशोर उपाध्याय और दिनेश धनै के बीच भी बयानबाजी का दौर शुरू हुआ। इन दोनों के बीच टीएचडीसी में ठेकों को लेकर चल रहा आरोप-प्रत्यारोप प्रदेश स्तर पर सुर्खियां बना। इसके साथ ही टिहरी से भाजपा के प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य खेम सिंह चौहान ने इंटरनेट मीडिया पर पार्टी लाइन के विरुद्ध जाकर पोस्ट की थी।
इन सभी मामलों पर प्रदेश भाजपा ने नाराजगी जताई है। जिसके चलते भाजपा प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने आज पांचों नेताओं को अपना पक्ष रखने के लिए देहरादून तलब किया है। माना जा रहा है कि इसके बाद भी यदि ये नेता नहीं माने तो इनके विरुद्ध पार्टी अनुशासनात्मक कार्रवाई भी कर सकती है।
उधर, भाजपा के प्रदेश महामंत्री आदित्य कोठारी ने कहा कि भाजपा में आंतरिक लोकतंत्र है। यदि किसी का कोई विषय है तो उसे पार्टी फोरम में रखना चाहिए, न कि सार्वजनिक रूप से आरोप-प्रत्यारोप करना चाहिए।