वर्चस्व की जंग में चली गोलियां, बुजुर्ग की मौत, पूर्व ब्लॉक प्रमुख समेत चार घायल, केंद्रीय मंत्री के पूर्व पीए समेत छह पर फायरिंग का आरोप
: पंचायत चुनाव को लेकर थी रंजिश, तिलक समारोह में निकाल दी खुन्नस
लखनऊ के काकोरी में आयोजित एक तिलक समारोह में वर्चस्व की लड़ाई और पुरानी रंजिश को लेकर बदमाशों ने गोलियां बरसा दी। घटना में एक बुजुर्ग की मौत हो गयी। और भाजपा के पूर्व ब्लॉक प्रमुख सहित चार लोग गम्भीर रूप से घायल हो गए। एक केंद्रीय मंत्री के पूर्व पीए सहित छह पर वारदात को अंजाम देने का आरोप लगा है। वारदात के बाद हमलावर मौके से फरार हो गए। पुलिस हमलावरों की तलाश में जुटी है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार यूपी, लखनऊ के काकोरी स्तिथ तेज किशन खेड़ा गांव निवासी राम कुमार लोधी बेटे संदीप का शुक्रवार को तिलक समारोह था। समारोह में भाजपा के पूर्व ब्लाॅक प्रमुख राम विलास रावत भी मौजूद थे। उनके साथ गांव के ही अनंत राम यादव उर्फ अमित (60), उनके भाई जयकरण यादव और अमित उर्फ छोटू भी थे। रात करीब साढ़े नौ बजे वह समारोह स्थल से जैसे ही बाहर निकलने लगे तभी गांव के ही मोनू रावत, उसका भाई अखिलेश, रिंकू लोधी, बबलू लोधी, ज्ञानी लोधी और श्रीकृष्ण रावत वहां पहुंचे और गाली गलौज करते हुए ताबड़तोड़ गोलियां बरसा दी। गोली लगने से राम विलास, जयकरण, अनंत राम और छोटू घायल हो गए। उन्हें इलाज के लिए अस्पताल पहुंचाया गया। जहां अनंत राम की मौत हो गई। राम विलास की हालत भी बेहद गंभीर बताई जा रही है। सूचना पर पहुंची पुलिस मामले की
बताया जा रहा है कि रंजिश की वजह पंचायत चुनाव थी। राम विलास की पत्नी प्रधान रह चुकी हैं। पहले राम विलास और मोनू एक साथ रहते थे। पंचायत चुनाव में मोनू ने दूसरे प्रत्याशी का समर्थन किया। जिसके बाद से दोनों के बीच दुश्मनी पनपने लगी थी। कुछ वक्त पहले मोनू के भाई पर दुष्कर्म का एक केस दर्ज कराया था। इस प्रकरण में राम विलास पीड़ित पक्ष की पैरवी कर रहे थे। इस वजह से मोनू उनसे रंजिश रखने लगा था। मोनू रावत केंद्रीय राज्यमंत्री कौशल किशोर का पीए रहा है। पांच महीने पहले ही मोनू को हटाया गया था।
घटना को लेकर डीसीपी पश्चिम, दुर्गेश कुमार, का कहना है कि घटनास्थल से एक तमंचा बरामद हुआ है। कई खोखे व कारतूस भी बरामद लिए गए हैं। फोरेंसिक जांच भी कराई जा रही है। आरोपियों की धरपकड़ के लिए पुलिस टीमें गठित की गई हैं।