बड़ी खबर: जिला अस्पताल में महिला की गलत नस काटने से मौत, बेस अस्पताल में गलत इंजेक्शन लगाने से महिला ने दम तोड़ा
अल्मोड़ा (Almora) जिले में स्वास्थ्य विभाग (health department) की लापरवाही से दो महिलाओं की जान चली गई। यहां जिला अस्पताल में एक महिला की ऑपरेशन के दौरान गलत नस काट दी, (cut the wrong vein during surgery) जिससे महिला की मौत हो गई। परिजनों ने कार्यवाई की मांग की है। वहीं बेस अस्पताल में महिला को गलत इंजेक्शन (wrong injection) लगा दिया जिससे महिला ने दम तोड़ दिया।
जानकारी के अनुसार अल्मोड़ा निवासी दीपक कुमार की पत्नी मुन्नी देवी का कुछ दिन पहले स्वास्थ्य खराब हुआ। जांच के बाद जिला अस्पताल के डॉक्टरों ने बच्चेदानी के ऑपरेशन की सलाह दी थी। 10 अप्रैल को मुन्नी देवी का ऑपरेशन किया गया। और तीसरे दिन उन्हें अस्पताल से छुट्टी दे दी गई। घर पहुंचने के बाद फिर से मुन्नी की तबियत बिगड़ी तो परिजन उन्हें फिर अस्पताल लेकर पहुंचे। यहां एक दिन उन्हें आईसीयू में रखने के बाद डॉक्टरों ने हायर सेंटर ले जाने की सलाह दी।
दीपक पत्नी को बरेली स्तिथ राममूर्ति मेडिकल कॉलेज लेकर पहुंचे। यहां जांच में ऑपरेशन के दौरान तीन गलत नस कटने की जानकारी मिली। मुन्नी देवी का दोबारा ऑपरेशन किया गया। वेंटिलेटर पर रखने के बाद 25 अप्रैल को मुन्नी ने दम तोड़ दिया। पति ने आरोप लगाया कि जिला अस्पताल में पत्नी का गलत ऑपरेशन हुआ है, जिससे उसकी मौत हो गई। दीपक ने सीएमओ से दोषी स्वास्थ कर्मियों के खिलाफ कार्यवाई की मांग की है।
स्वास्थ्य विभाग के उच्चाधिकारियों का कहना है कि मामले की जांच कर उचित कार्यवाई की जाएगी।
इधर एक दूसरे मामले में अल्मोड़ा बेस अस्पताल में इलाज के बाद एक महिला की मौत हो गई। परिजनों का आरोप है कि महिला को गलत इंजेक्शन लगाया गया जिससे उसकी मौत हो गई।
जानकारी के अनुसार एनटीडी निवासी आनंदी देवी का कुछ दिन पहले स्वास्थ्य खराब हुआ था। 18 अप्रैल को आनंदी को अल्मोड़ा मेडिकल कॉलेज के अधीन बेस अस्पताल में भर्ती कराया गया। बताया जा रहा है कि कुछ दिन बाद ही आनंदी का स्वास्थ्य बिगड़ने लगा। परिजनों का आरोप है कि डॉक्टरों ने बिना जांच किये ही आनंदी को कैंसर बताकर ग़लत इंजेक्शन लगा दिया। इंजेक्शन लगाने के बाद वह होश में नहीं आई, और बीते मंगलवार उसकी मौत हो गई। मामले में मेडिकल कॉलेज प्रबंधन का कहना है कि फेफड़े के कैंसर से महिला की मौत हुई। महिला के परिजनों का आरोप गलत है।