राजनीति

कारण कोई भी हो, गंगवार दंपति को इलेक्शन से ठीक पहले बदलनी पड़ती है पार्टी, भाजपा हो या कांग्रेस की डगर, लंबा नहीं चला इनका सफर..

: कांग्रेस ने अनुशासनहीनता का आरोप लगाकर 6 साल के लिए किया निष्कासित

: गंगवार दंपति ने भी उपेक्षा का आरोप लगाकर दिया इस्तीफा

     उधमसिंह नगर जिला पंचायत अध्यक्ष रेनू गंगवार और उनके पति सुरेश गंगवार को एक बार फिर कांग्रेस पार्टी छोड़नी पड़ी है। सुरेश गंगवार पर कांग्रेस ने अनुशासनहीनता का आरोप लगाकर उन्हें 6 साल के लिए निष्कासित किया है। सुरेश और उनकी पत्नी ने भी पार्टी पर उपेक्षा का आरोप लगाकर पार्टी से इस्तीफा दिया है। गंगवार परिवार चार बार से जिला पंचायत की कुर्सी पर काबिज है, लेकिन कारण कोई भी हो इलेक्शन से ठीक पहले इनको पार्टी बदलनी पड़ती है।

कभी भाजपा कभी कांग्रेस का थामा दामन

सुरेश गंगवार को अभी लोकसभा चुनाव 2024 से ठीक पहले कांग्रेस पार्टी छोड़नी पड़ी है। इससे पहले 2017 में भी सुरेश ने विधानसभा चुनाव के नजदीक आने पर कांग्रेस से नाता तोड़कर भाजपा का दामन थामा था। 2022 के विधानसभा चुनाव से कुछ समय पहले भाजपा सरकार में श्रम एवं रोजगार मंत्रालय के सदस्य पद से इस्तीफा देकर उन्होंने कांग्रेस में वापसी की थी। 2022 विधानसभा चुनाव में उन्होंने सितारगंज सीट से दावेदारी पेश की और कांग्रेस के राष्ट्रीय नेता राहुल गांधी व प्रियंका गांधी से भी मिले। 2012 में सुरेश गंगवार कांग्रेस के टिकट पर सितारगंज से विधानसभा चुनाव हारे।

इस शिकायत पर कांग्रेस ने सुरेश गंगवार को किया निष्कासित

समिति का कहना है ” जहां एक ओर पार्टी के कार्यकर्ता दिन-रात एक करते हुए पार्टी प्रत्याशियों के लिए चुनाव प्रचार कर रहे हैं वहीं आपके द्वारा पार्टी प्रत्याशियों का चुनाव प्रचार करने की बजाय विरोधी पार्टी के कार्यक्रमों एवं उनके नेताओं से नजदीकियां बढ़ाकर पार्टी अनुशासन को तोड़ा जा रहा है। जिला कांग्रेस कमेटी उधमसिंह नगर द्वारा आपके कार्य व्यवहार एवं सोशल मीडिया पर वायरल अश्लील वीडियो की लिखित रूप में शिकायत करते हुए प्रदेश कांग्रेस कमेटी को अवगत कराया है। आपके द्वारा किये जा रहे कृत्यों से पार्टी संगठन की छवि धूमिल हो रही है प्रदेश अनुशासन समिति ने इसे गम्भीरता से लिया है। आपके द्वारा पार्टी की नीतियों के खिलाफ किये जा रहे कृत्यों को पार्टी नेतृत्व ने गम्भीरता से लेते हुए प्रदेश कांग्रेस अनुशासन समिति द्वारा इसकी अपने स्तर से जांच की गई जो सत्य पाई गई। आपके द्वारा किये गये इस प्रकार की गम्भीर अनुशानहीनता के चलते आपको पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से 6 वर्ष के लिए निष्कासित किया जाता है।”

लगातार उपेक्षा के कारण पार्टी से दिया इस्तीफा: सुरेश गंगवार

इस पूरे मामले में अध्यक्ष उत्तराखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी को भेजे पत्र में सुरेश गंगवार और उनकी पत्नी जिला पंचायत अध्यक्ष रेनू गंगवार का कहना है कि पार्टी के जिला अध्यक्ष द्वारा समय- समय पर होने वाली बैठकों में उन्हें न बुलाकर उनकी उपेक्षा की गयी है। नैनीताल-उधमसिंह नगर संसदीय सीट से कांग्रेस प्रत्याशी ने भी लोकसभा चुनाव को लेकर उनसे कोई मुलाकात नहीं है। प्रत्याशी द्वारा उधमसिंह नगर जिले में की जा रही सभा की सूचना भी उन्हें नहीं दी जा रही है। इसी उपेक्षा को ध्यान में रखते हुए उन्होंने कांग्रेस पार्टी की सदस्यता से इस्तीफा दिया है।

क्या है वायरल वीडियो का मामला

दरसल मार्च पहले सप्ताह में सुरेश गंगवार का एक आपत्तिजनक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था। जिसमें अश्लील वीडियो और फ़ोटो अपलोड करके अलग-अलग मोबाइल नंबर पर फोन कर एक लाख रुपए की रंगदारी मांगे जाने का मसला था। पैसा न देने पर उनकी यह वीडियो सार्वजनिक करने की धमकी भी दी गई थी। तब वायरल वीडियो को करीब तीन साल पुराना बताया गया था। कहा गया था कि उनकी फेसबुक आईडी हैक कर अश्लील वीडियो व फ़ोटो अपलोड किए गए। जिसकी शिकायत 2021 में पुलभट्टा थाने में दर्ज कराई गई थी, लेकिन लोकसभा चुनाव 2024 से ठीक पहले जब सुरेश गंगवार और उनकी पत्नी रेनू गंगवार की भाजपा में वापसी की चर्चा चल रही थी यह वीडियो फिर वायरल हो गया। तब वायरल वीडियो को लेकर सुरेश गंगवार का कहना था कि भाजपा के ही कुछ नेता उनकी छवि धूमिल करना चाहते हैं।

भाजपा में रहते हुए कांग्रेस के प्रचार को लेकर चर्चा में रहे थे सुरेश

सुरेश गंगवार अक्सर किसी न किसी मामले को लेकर चर्चा में आ ही जाते हैं। 2019 में भी वह सोशल मीडिया पर कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी वाड्रा के साथ चुनाव प्रचार की एक फोटो को लेकर चर्चा में आये थे। दरसल तब यूपी में चुनाव के दौरान कांग्रेस की राष्ट्रीय नेता प्रियंका गांधी वाड्रा ने अपनी फेसबुक पर कुछ फोटो साझा किए थे। जिसमें सुरेश गंगवार उनके करीब खड़े दिखाई दिए। तब कहा गया था कि सुरेश गंगवार भाजपा में रहते हुए कांग्रेस के हाथ मजबूत कर रहे हैं। और यह भी कहा जा रहा था कि सुरेश गंगवार के एक रिश्तेदार यूपी की फतेहपुर लोकसभा सीट से कांग्रेस प्रत्याशी हैं। उन्हीं के प्रचार के लिए सुरेश गंगवार यूपी गए हैं।

एनएच घोटाले को लेकर भी आये थे सुर्खियों में

सुरेश गंगवार 2018 में सरकारी भूमि पर बांटे मुआवजे को लेकर भी चर्चा में रहे। तब एनएच 74 घोटाले की जांच कर रही एसआईटी ने उनसे पूछताछ की थी। तब सुरेश गंगवार का कहना था कि एसआईटी उन पर सरकारी भूमि पर कब्जे का आरोप लगाकर मुआवजा लेने की बात कहकर उन्हें दोषी करार दे रही है। उन्हें चार दुकानों पर मुआवजा दिया गया था। इसमें से वह 83,817 रुपये अपने नाम से और 1,45,623 रुपये अपने पिता ईश्वरी प्रसाद गंगवार के नाम से सरकार को लौटा चुके हैं।

 

 

धन सिंह बिष्ट

धन सिंह बिष्ट संपादक – दैनिक वार्ता +91 9720246373

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