अपराध

नानकमत्ता हत्याकांड: बाबा तरसेम सिंह हत्याकांड ने खड़े किए कई सवाल, आखिर कैसे 10 दिन पहले से नानकमत्ता में रह रहे थे हत्यारे, कहां से मिली हत्यारों को AK-47

गुरुवार सुबह बाबा तरसेम सिंह की हत्या को अंजाम देने वाले बदमाशों ने शायद काफी दिन पहले ही उनकी हत्या की योजना बना ली थी। सूत्रों के अनुसार हत्यारों के नानकमत्ता गुरुद्वारा, सराय में रुकने के कुछ सुराग पुलिस को मिले हैं। फिलहाल इस हत्याकांड ने कई सवाल खड़े कर दिए हैं।

उधम सिंह नगर में गुरुद्वारे में कार सेवा डेरा प्रमुख नानकमत्ता बाबा तरसेम सिंह को गोली मारने के मामले में कुछ सुराग पुलिस के हाथ लगे हैं। सूत्रों के अनुसार बाबा तरसेम सिंह की हत्या को अंजाम देने वाले हत्यारे करीब 19 मार्च से नानकमत्ता गुरुद्वारा की सराय में रह रहे थे। छानबीन में सराय से उनकी आईडी, आधार कार्ड और हेल्थ कार्ड मिले हैं। पुलिस का कहना है कि उक्त आईडी फर्जी भी हो सकती है। फिलहाल पुलिस कमरा सील कर मामले की जांच कर रही है।

हत्यारों के पंजाब से होने की आशंका
नानकमत्ता हत्याकांड में अभी पुलिस के हाथ कुछ अहम सुराग लगे हैं, लेकिन हत्यारे कहां के थे यह अभी स्पष्ट नहीं हुआ है। हालांकि गुरुद्वारा सराय से मिले आईडी कार्ड से अंदेशा लगाया जा रहा है कि हत्यारे पंजाब के थे। और काफी समय से छेत्र में रेकी कर रहे थे। हत्यारों ने सराय में अपनी आईडी सरबजीत सिंह निवासी मियां मिठू तरन तरण पंजाब लिखवाई है।

बेख़ौफ़ होकर दिया वारदात को अंजाम

नानकमत्ता हत्याकांड की छानबीन में जुटी पुलिस को हत्यारों का सीसीटीवी फुटेज भी मिला है। जिसमें दो युवक पगड़ी पहने बाइक से गुजर रहे हैं। बाइक पर पीछे बैठे युवक के हाथ में असलहा भी नजर आ रहा है। घटनास्थल के पास कुछ लोग भी टहल रहे हैं, लेकिन बदमाशों को उनका भी खौफ नहीं है। बदमाशों ने अपने चहरे भी नहीं ढके और असलहा लहराते हुए घटना को अंजाम देने के बाद फरार हो गए।

बदमाशों को थी बाबा तरसेम की सारी जानकारी

पूरे घटनाक्रम से यह भी अंदेशा लगाया जा रहा है कि बाबा तरसेम सिंह के हत्यारों को उनके बारे में पूरी जानकारी थी, मसलन बाबा कब कहां पर होते हैं, किस समय इलाके की क्या स्तिथि होती है। इसी कारण हत्यारों ने सुबह का समय चुना। हत्या के लिए रात के अंधेरे का समय भी बदमाशों ने नहीं चुना।

आखिर 22 दिन पहले बाबा तरसेम सिंह ने क्यूं बताया था जान का खतरा

नानकमत्ता हत्याकांड में यह बात भी सामने आ रही है कि करीब 22 दिन पहले कार सेवा डेरा प्रमुख नानकमत्ता बाबा तरसेम सिंह ने उनकी जान को खतरा बताया था। और इस सम्बंध में उन्होंने उच्च अधिकारियों से मदद की गुहार भी लगाई थी। अब सवाल यह है कि बाबा तरसेम सिंह को किस से जान का खतरा था। और क्यों उन्हें सुरक्षा नहीं दी गयी। फिलहाल पुलिस इस मामले की भी जांच कर रही है।

तीन सेकेंड में मारी दो गोली, फिर हुए फरार

बाबा तरसेम सिंह की हत्या करने पहुंचे बदमाश बाइक पर वहाँ पहुंचे। बाइक पर पीछे बैठे बदमाश ने तीन सेकंड में बाबा पर दो गोली दाग दी। जिसमें से एक बाबा की गर्दन में और दूसरी उनकी छाती में लगी। गोली दागने के बाद बदमाश मौके से फरार हो गए। बदमाश किस तरफ भागे इसकी जांच के लिए पुलिस छेत्र के सीसीटीवी कैमरे खंगाल रही है।

डीआईजी मौके पर, जांच के लिए एसआईटी गठित
नानकमत्ता हत्याकांड उधमसिंह नगर के साथ ही पूरे प्रदेश में चर्चा का विषय बना है। मामले की गम्भीरता को देखते हुए डीआईजी कुमाऊँ मौके पर पहुंचे हैं, साथ ही फॉरेन्सिक टीम भी सबूत जुटाने में लगी है। हत्याकांड की जांच के लिए पुलिस मुख्यालय के आदेश पर एसआईटी का गठन भी किया गया है। एसओजी और स्थानीय पुलिस भी हमलावरों की धरपकड़ में जुटी है।

उत्तरांचल पंजाबी महासभा ने की शीघ्र खुलासे की मांग

उत्तरांचल पंजाबी महासभा खटीमा ने धार्मिक गुरु डेरा कार सेवा बाबा तरसेम सिंह की हत्या की कड़े शब्दों में निंदा की। उत्तरांचल पंजाबी महासभा के प्रदेश सचिव मनोज वाधवा ने कहा कि बाबा तरसेम सिंह की हत्या का शीघ्र खुलासा होना चाहिए, समाज के सभी लोगों से कानून पर विश्वास करने, किसी भी प्रकार से कोई धार्मिक विवाद उत्पन्न ना करने को लेकर सतर्क रहने की अपील की है। उम्मीद जताई कि शीघ्र इस हत्याकांड का खुलासा होगा। उन्होंने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से धार्मिक गुरुओं की सुरक्षा एवं धार्मिक स्थानों की सुरक्षा कड़ी करवाने की मांग की है।

हत्या के लिए AK-47 का हुआ इस्तेमाल

बाबा तरसेम सिंह की हत्या के लिए हत्यारों ने AK-47 का इस्तेमाल किया। पुलिस को मिली सीसीटीवी फुटेज में इसकी पुष्टि हुई है। उधमसिंग नगर को अवैध हथियारों का गढ़ माना जाता है। अभी चुनाव की आचार संहिता भी लगी है। ऐसे में AK-47 जैसे घातक हथियार लेकर घूमना पुलिस की सुरक्षा व्यवस्था पर भी सवाल खड़े करता है।

आखिर पंजाब से कैसे ले कर पहुंच गए AK-47

जिस तरह से अभी तक कि जांच में हत्यारों के पंजाब से आने का अंदेशा जताया जा रहा है। उससे सवाल उठता है कि हत्यारे कैसे पंजाब से AK-47 ले कर यहां तक पहुंच गए। चुनाव के समय में हर स्टेट में पुलिस की चेकिंग चल रही है। पंजाब से उधमसिंह नगर तक कई पहुंचने के लिए कई बॉर्डर पार करने पड़ते हैं। चुनाव की संवेदनशीलता को देखते हुए कई बॉर्डर सील भी किये गए हैं। और हर बॉर्डर पर पुलिस का कड़ा पहरा भी है। इसके बाद भी बदमाश AK-47 ले कर यहां कैसे पहुंच गए। सवाल यह भी खड़ा होता है कि कहीं उधमसिंह नगर से ही तो बदमाशों को असलहा उपलब्ध नहीं कराया गया।

पूरे मामले की जांच की जा रही है, हत्यारे सीसीटीवी कैमरे में कैद हुए हैं, जल्द ही पकड़े जाएंगे। हत्यारों की धरपकड़ के लिए कई टीम लगाई गई हैं। एसआईटी का भी गठन किया गया है। मंजूनाथ टीसी, एसएसपी उधमसिंह नगर

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