पानी के लिए तरस रहा बेंगलुरू, कई क्षेत्र में पड़ा सूखा, स्कूल और कोचिंग संस्थान भी बंद, आपातकाल सी बनी स्तिथि
भारत की सिलिकॉन वैली कहा जाने वाला बेंगलुरू इस समय पानी के लिए तरस रहा है। यहां इतना गम्भीर जल संकट गहराया है कि कई स्कूल और कोचिंग संस्थान बंद कर दिए गए हैं। सरकार ने भी कई क्षेत्र सूखा प्रभावित घोषित कर दिए है।
पानी की कमी से बंगलूरू जल आपूर्ति और सीवरेज बोर्ड (बीडब्ल्यूएसएसबी) ने शटडाउन का एलान किया था। जिससे आवश्यक रखरखाव कार्य करने और अनअकाउंटेड फॉर वॉटर (यूएफडब्ल्यू) स्थापित किया जा सके। पानी के आपातकाल के कारण कुछ कोचिंग सेंटरों ने अपने छात्रों को घर से ही ऑनलाइन क्लास लेने के निर्देश दिए हैं। वहीं एक स्कूल भी इस समस्या के कारण बंद हो गया है।
123 क्षेत्र में सुखा प्रभावित घोषित
जल संकट से कर्नाटक के 136 तालुकों में से 123 को सुखा प्रभावित घोषित किया गया है। जल संकट से जूझने के लिए हेल्पलाइन और नियंत्रण कछ स्थापित किये गए हैं।
अल-नीनो माना गया आपातकाल का कारण
बेंगलुरू में जल संकट के कारण जो आपातकाल है, इसका मुख्य कारण मौसम चक्र से बरसात का कम होना माना जा रहा है। और बरसात कम होने का कारण अल-नीनो का जलवायु को प्रभावित होने बताया जा रहा है।
2000 रुपये तक पहुंची पेयजल टैंकरों की कीमत
जल संकट के कारण इन दिनों बेंगलुरू और कर्नाटक में पेयजल टेंकरों की मांग बढ़ गयी है। आम दिनों में जहाँ एक पेजल टैंकर की कीमत 800 रुपये तक होती थी, अब वही टैंकर 2000 कीमत में भी मुशिकल से मिल रहा है।