पहाड़ में गोवंस हत्या से सनसनी, अल्मोड़ा जिले में गो हत्या के चार मामले, लोगों में गुस्सा, जांच में जुटी पुलिस
मैदानी क्षेत्र में गोवंश हत्या के क़ई मामले सामने आए हैं, लेकिन अब गोवंश हत्या ने पहाड़ में भी सनसनी मचा दी है। अल्मोड़ा जिले की रानीखेत तहसील में गो हत्या के चार मामले मिले हैं। इस घटना से जहां लोगों में डर के साथ गुस्सा है। वहीं पुलिस गम्भीरता से मामले की जांच में जुटी है।
अल्मोड़ा जिले के रानीखेत क्षेत्र स्तिथ मोहनरी गांव के जंगल में गोवंश के चार कटे हुए सिर और अन्य अंग मिले हैं। शुक्रवार को रिची सड़क के नीचे एक खाई में गोवंश के ये अंग मिलने से पूरे इलाके में सनसनी फैल गई। लोगों ने स्थानीय जन प्रतिनिधियों के साथ ही पुलिस को मामले की सूचना दी। पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर मामले की जांच शुरु कर दी है। लोगों ने गो तस्करों द्वारा वारदात को अंजाम देने की आशंका जताई है। घटना को लेकर लोगों में डर के साथ ही गुस्सा भी है। स्थानीय लोगों ने चेतावनी दी है कि यदि जल्द मामले का खुलासा नहीं हुआ तो आंदोलन किया जाएगा।
मैदान में सख्ती तो पहाड़ पर तस्करों की नजर
मैदानी क्षेत्र में गोवंश हत्या के मामले लगातार होते हैं। इसे रोकने के लिए पुलिस विभाग द्वारा स्पेशल सेल का गठन किया गया है। यहां पुलिस की सख्ती होने के बाद अब गो तस्करों की नजर पहाड़ पर है। बताया जा रहा है कि करीब दो साल पहले सल्ट क्षेत्र में भी गोवंश हत्या का एक मामला सामने आया था, लेकिन उसकी जांच आज तक नहीं हुई। रानीखेत में भी पशु तस्करी के भी कुछ मामले बीते सालों में सामने आए हैं।
लापरवाही के कारण पहाड़ में गोवंश आसान टारगेट
लापरवाही के चलते पहाड़ में तस्करों के लिए गोवंश आसान टारगेट है। कारण यहां गोवंश को लावारिस छोड़ा जाना है। पहाड़ में हर तरफ गोवंश लावारिस हालात में घूमते दिखाई देते हैं। कहीँ गोवंश के दूध न देने पर उन्हें छोड़ दिया जाता है। तो कहीं पहाड़ खाली होने के कारण उनकी देखभाल करने वाला कोई नहीं होता। और लावारिस घूमते ये गोवंश आसानी से तस्करों की पकड़ में आ जाते हैं।
जिंदा पशु की तस्करी मुश्किल, टुकड़ों में ले जा रहे अंग
पहाड़ में क़ई स्थान पर पुलिस चेक पोस्ट बने हैं। फिर ऐसे में पहाड़ से गोवंश की तस्करी करना मुश्किल है। चेक पोस्ट के कारण तस्कर जिंदा पशु की तस्करी नहीं कर पा रहे हैं, लेकिन पशुओं को पहाड़ में ही मारकर उनके अंग की आसानी से तस्करी कर रहे हैं। आशंका जताई जा रही है कि ट्रक आदि में पशु अंग की तस्करी की गई होगी।
मोहनरी जंगल में वोवंश के कुछ अंग मिले हैं। जांच के लिए पोस्टमार्टम कराया जा रहा है। मामले में मुकदमा दर्ज कर तीन टीमें जांच में लगाई गई हैं। जल्द मामले का खुलासा किया जाएगा। देवेन्द्र पिंचा, एसएसपी अल्मोड़ा
पहाड़ में इस तरह की घटना चिंतित करने वाली है। पुलिस और प्रशासन को इस पर रोक लगाने के लिए जल्द मामले का खुलासा करना चाहिए। जिससे पहाड़ की शांति न बिगड़े। डॉ प्रमोद नैनवाल, विधायक रानीखेत